नमस्ते दोस्तों!
योग की दुनिया में अपना पहला कदम रखने का आपका फैसला शानदार है। लेकिन अक्सर पहला सवाल यही होता है कि "शुरुआत कहाँ से करें?"। इतने सारे आसनों के बीच, यह जानना मुश्किल हो सकता है कि कौन से आसन आपके लिए सही हैं।
अगर आप भी यही सोच रहे हैं, तो चिंता न करें! इस गाइड में, हम शुरुआती लोगों के लिए 7 सबसे आसान योगासन (Yoga Asanas for Beginners) के बारे में विस्तार से जानेंगे। ये आसन न केवल करने में सरल हैं, बल्कि आपके शरीर और मन के लिए बेहद फायदेमंद भी हैं।
शुरुआती लोगों के लिए 7 सर्वश्रेष्ठ योगासन
यहाँ हम हर आसन को करने का सही तरीका, उसके फायदे और एक साफ तस्वीर देखेंगे ताकि आप आसानी से घर पर योगासन कर सकें।
1. ताड़ासन (Mountain Pose - Tadasana)
यह सभी खड़े होने वाले आसनों का आधार है।
- करने की विधि:
- अपने पैरों को मिलाकर सीधे खड़े हो जाएं।
- गहरी सांस लेते हुए, दोनों हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और उंगलियों को आपस में फंसा लें।
- एड़ियों को ऊपर उठाएं और शरीर को ऊपर की ओर खींचें।
- कुछ सेकंड रुकें और सांस छोड़ते हुए वापस आएं।
- फायदे: यह शरीर के पोस्चर को सुधारता है, संतुलन बढ़ाता है और जांघों और टखनों को मजबूती देता है।
2. वृक्षासन (Tree Pose - Vrikshasana)
शरीर का संतुलन और एकाग्रता बढ़ाने के लिए यह एक बेहतरीन आसन है।
- करने की विधि:
- ताड़ासन में खड़े हो जाएं।
- अपने दाहिने पैर को मोड़ें और उसके तलवे को बाईं जांघ के अंदरूनी हिस्से पर रखें।
- संतुलन बनाएं और फिर दोनों हाथों को छाती के सामने प्रणाम की मुद्रा में जोड़ें।
- सामने किसी एक बिंदु पर ध्यान केंद्रित करें।
- फायदे: यह पैरों को मजबूत बनाता है और न्यूरो-मस्कुलर समन्वय (neuro-muscular coordination) में सुधार करता है।
3. भुजंगासन (Cobra Pose - Bhujangasana)
कमर दर्द और तनाव के लिए यह एक चमत्कारी आसन है।
- करने की विधि:
- पेट के बल लेट जाएं और अपनी हथेलियों को कंधों के नीचे ज़मीन पर रखें।
- सांस अंदर लेते हुए, अपने शरीर के ऊपरी हिस्से (नाभि तक) को ऊपर उठाएं।
- गर्दन को थोड़ा ऊपर उठाएं।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आएं।
- फायदे: यह रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, पेट की चर्बी कम करता है और फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है।
4. बालासन (Child's Pose - Balasana)
यह आराम करने और तनाव मुक्त होने के लिए सबसे अच्छा आसन है।
- करने की विधि:
- अपने घुटनों के बल वज्रासन में बैठ जाएं।
- गहरी सांस छोड़ते हुए, अपने ऊपरी शरीर को आगे की ओर अपनी जांघों पर झुकाएं।
- अपने माथे को धीरे से ज़मीन पर टिका दें।
- अपने दोनों हाथों को शरीर के साथ सीधा पीछे की ओर रखें, हथेलियाँ आसमान की तरफ रहेंगी।
- इस अवस्था में कुछ देर तक सामान्य रूप से सांस लेते रहें और पूरे शरीर को ढीला छोड़ दें।
- फायदे: यह आसन तुरंत तनाव और चिंता को कम करता है। यह कमर, कूल्हों और जांघों को एक हल्का और आरामदायक खिंचाव देता है। बालासन थकान दूर करने और मन को शांत करने में भी मदद करता है। योग सत्र के बीच में थक जाने पर आराम करने के लिए यह सबसे अच्छा पोज़ है।
5. त्रिकोणासन (Triangle Pose - Trikonasana)
पूरे शरीर को एक बेहतरीन स्ट्रेच देने के लिए।
- करने की विधि:
- अपने दोनों पैरों के बीच लगभग 3-4 फीट की दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दाहिने पैर के पंजे को 90 डिग्री बाहर की ओर घुमाएं और बाएं पंजे को थोड़ा अंदर की तरफ रखें।
- सांस छोड़ते हुए, अपने शरीर को दाहिनी ओर झुकाएं। अपनी दाहिनी हथेली को टखने, पिंडली या ज़मीन पर रखें।
- बाएं हाथ को सीधा ऊपर आसमान की ओर उठाएं, ताकि दोनों हाथ एक सीधी रेखा में हों।
- अपनी गर्दन घुमाकर ऊपर वाले हाथ की उंगलियों को देखें।
- फायदे: त्रिकोणासन पैरों, घुटनों, टखनों, बाजुओं और छाती को मज़बूत बनाता है। यह कमर के आसपास की चर्बी को कम करने में बहुत प्रभावी है। साथ ही, यह पाचन में सुधार करता है और चिंता व साइटिका (sciatica) के दर्द से राहत दिलाता है।
6. पवनमुक्तासन (Wind-Relieving Pose - Pavanamuktasana)
पेट की गैस और अपच जैसी समस्याओं के लिए यह बहुत फायदेमंद है।
- करने की विधि:
- अपनी पीठ के बल सीधे लेट जाएं और अपने पैरों को सीधा रखें।
- सांस छोड़ते हुए, अपने दोनों घुटनों को अपनी छाती की ओर लाएं।
- अपने हाथों की उंगलियों को आपस में फंसाकर घुटनों को पकड़ें और उन्हें छाती की तरफ धीरे से दबाएं।
- अब सांस छोड़ते हुए अपनी ठोड़ी को घुटनों से छूने की कोशिश करें।
- इस अवस्था में कुछ सेकंड के लिए रहें, फिर धीरे-धीरे वापस आ जाएं।
- फायदे: जैसा कि नाम से ही पता चलता है, यह पेट की गैस और कब्ज से राहत दिलाने के लिए रामबाण है। यह पेट की मांसपेशियों को मज़बूत करता है, पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और पीठ के निचले हिस्से में तनाव को कम करता है।
7. शवासन (Corpse Pose - Shavasana)
योग सत्र के अंत में शरीर और मन को पूरी तरह से आराम देने के लिए यह अनिवार्य है।
- करने की विधि:
- पीठ के बल आराम से लेट जाएं। दोनों पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें और उन्हें ढीला छोड़ दें।
- अपने दोनों हाथों को शरीर से थोड़ी दूर रखें, हथेलियाँ खुली हुई आसमान की तरफ हों।
- अपनी आँखें धीरे से बंद कर लें और अपने पूरे शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें, सिर से लेकर पैर की उंगलियों तक।
- अपना पूरा ध्यान अपनी आती-जाती सांसों पर लगाएं। किसी भी विचार को आने-जाने दें, उस पर ध्यान न दें।
- कम से कम 5-10 मिनट तक इस अवस्था में रहें।
- फायदे: शवासन आपके योग अभ्यास द्वारा उत्पन्न ऊर्जा को शरीर में अवशोषित (absorb) करने में मदद करता है। यह शरीर को गहरे आराम की स्थिति में ले जाता है, जिससे तनाव, सिरदर्द और उच्च रक्तचाप कम होता है। यह ध्यान और मानसिक शांति के लिए एक बेहतरीन अभ्यास है।
निष्कर्ष (Conclusion)
एक शुरुआती के तौर पर योग की यात्रा डरावनी लग सकती है, लेकिन इन 7 सरल आसनों के साथ आप एक मजबूत और सुरक्षित नींव रख सकते हैं। याद रखें, योग में perfección की नहीं, बल्कि नियमित अभ्यास की अहमियत है। अपने शरीर की सुनें और हर दिन बस थोड़ा सा बेहतर करने का प्रयास करें।
आपका योग-सफर मंगलमय हो
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